By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept

Newsy

Breaking News in Hindi

  • होम
  • दिल्ली/NCR
  • राज्य
    • मध्यप्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • उत्तरप्रदेश
    • उत्तराखंड
    • बिहार
    • गुजरात
    • पंजाब
    • महाराष्ट्र
    • राजस्थान
    • हरियाणा
    • हिमाचल प्रदेश
  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • व्यापार
  • टेक्नोलॉजी
  • धार्मिक
  • लाइफ स्टाइल
Search
HotNews © 2024 - All Rights Reserved | Design & Developed By SMC Web Solution.
Reading: कांवड़ यात्रा कब से होगी शुरू, किन नियमों का करना होता है पालन?
Share
Notification Show More
Font ResizerAa

Newsy

Breaking News in Hindi

Font ResizerAa
  • होम
  • दिल्ली/NCR
  • राज्य
  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • व्यापार
  • टेक्नोलॉजी
  • धार्मिक
  • लाइफ स्टाइल
Search
  • होम
  • दिल्ली/NCR
  • राज्य
    • मध्यप्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • उत्तरप्रदेश
    • उत्तराखंड
    • बिहार
    • गुजरात
    • पंजाब
    • महाराष्ट्र
    • राजस्थान
    • हरियाणा
    • हिमाचल प्रदेश
  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • व्यापार
  • टेक्नोलॉजी
  • धार्मिक
  • लाइफ स्टाइल
Follow US
HotNews © 2024 - All Rights Reserved. | Design & Developed By SMC Web Solution.
Newsy > News > धार्मिक > कांवड़ यात्रा कब से होगी शुरू, किन नियमों का करना होता है पालन?
धार्मिक

कांवड़ यात्रा कब से होगी शुरू, किन नियमों का करना होता है पालन?

Newsy
Last updated: June 26, 2024 3:38 pm
Newsy
Share
4 Min Read
SHARE

हिन्दू धर्म में सावन माह शुरू होने के साथ ही कांवड़ यात्रा की भी शुरुआत हो जाती है. सावन के साथ ही कांवड़ यात्रा को लेकर शिव भक्तों में काफी उत्साह देखने को मिलता है. हर साल लाखों की संख्या में कांवड़ियां हरिद्वार से गंगाजल लेकर अपने क्षेत्र के शिवालयों में जाकर शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं. शास्त्रों में कांवड़ यात्रा को लेकर कई महत्वपूर्ण नियमों का जिक्र किया गया है, जिनका यात्रा के दौरान पालन करना बहुत ही आवश्यक होता है. कांवड़ यात्रा के नियमों को लेकर किसी भी तरह की ढील नहीं दी गई है और अगर इनको तोड़ा जाता है कि भगवान शिव नाराज भी हो सकते हैं.

Contents
कैसे होती कांवड़ यात्रा?कांवड़ यात्रा के नियम

ऐसी मान्यता है कि कांवड़ यात्रा पूरी करने वालों पर भोलेनाथ की विशेष कृपा बरसती है. हजारों, लाखों की संख्या में लोग कांवड़ लेकर शिव जी को जल चढ़ाने पैदल ही कांवड़ यात्रा पर निकल पड़ते हैं. इस साल कांवड़ यात्रा की शुरुआत 22 जुलाई 2024 से होगी और इसकी 2 अगस्त 2024 को सावन शिवरात्रि पर समाप्त होगी. कावड़ यात्रा एक तीर्थ यात्रा के समान मानी गई है, जिसका लोग पूरे साल भर इंतजार करते हैं.

कैसे होती कांवड़ यात्रा?

सावन माह में शिव भक्त गंगातट पर कलश में गंगाजल भरते हैं और उसको कांवड़ पर बांध कर कंधों पर लटका कर अपने-अपने इलाके के शिवालय में लाते हैं और शिवलिंग पर गंगाजल अर्पित करते हैं. शास्त्रों के अनुसार, सबसे पहले भगवान परशुराम ने कांवड़ यात्रा की शुरुआत की थी. परशुराम गढ़मुक्तेश्वर धाम से गंगाजल लेकर आए थे और यूपी के बागपत के पास स्थित ‘पुरा महादेव’ का गंगाजल से अभिषेक किया था. तभी कांवड़ यात्रा करने की परंपरा चली आ रही है.

कांवड़ यात्रा के नियम

कांवड़ यात्रा करने वाले भक्तों को कांवड़िया कहा जाता है. कांवड़ यात्रा पर जाने वाले भक्तों को इस दौरान खास नियमों का पालन करना होता है. इस दौरान सभी शिव भक्तों को पैदल यात्रा करनी होती है. यात्रा के दौरान भक्तों को सात्विक भोजन का सेवन करना होता है. साथ ही आराम करते समय कांवड़ को जमीन पर नहीं रखते हैं. ऐसा करने से कांवड़ यात्रा अधूरी मानी जाती है.

कांवड़ यात्रा के दौरान भक्तों को किसी भी तरह का नशा, मांस मदिरा या तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए. कांवड़ यात्रा पूरी तरह पैदल की जाती है. यात्रा प्रारंभ होने से लेकर पूर्ण होने तक सफर पैदल ही किया जाता है. यात्रा में किसी वाहन का प्रयोग नहीं किया जाता है. कांवड़ में गंगा या किसी पवित्र नदी का ही जल ही रखा जाता है, किसी कुंवे या तालाब का नहीं. कावड़ को हमेशा स्नान करने के बाद ही स्पर्श करना चाहिए और ध्यान रखना चाहिए कि यात्रा के समय कांवड़ या आपसे चमड़ा स्पर्श न हो. कावड़ियों को हमेशा जत्थे के साथ ही रहना चाहिए.

कांवड़ यात्रा के दौरान ध्यान रखना चाहिए कि अगर आप कहीं रुक रहे हैं तो कांवड़ को भूमि या किसी चबूतरे पर न रखें. कांवड़ को हमेशा स्टैंड या डाली पर ही लटकाकर रखें. अगर गलती से जमीन पर कांवड़ को रख दिया है तो फिर से कांवड़ में पवित्र जल भरना होता है. कांवड़ यात्रा करते समय पूरे रास्ते बम बम भोले या जय जय शिव शंकर का उच्चारण करते रहना चाहिए. साथ ही यह भी ध्यान रखना चाहिए कि कांवड़ को किसी के ऊपर से लेकर न जाएं.

Share This Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
What do you think?
Love0
Sad0
Happy0
Sleepy0
Angry0
Dead0
Wink0
Previous Article इंसानियत या धार्मिक कनेक्शन? फिलिस्तीन के लिए क्यों आवाज उठाते हैं पूरी दुनिया के मुसलमान?
Next Article Instagram पर पोस्ट हाइड तो कर देते हैं, दोबारा शो करने का क्या है प्रोसेस?

Stay Connected

235.3kFollowersLike
69.1kFollowersFollow
56.4kFollowersFollow
136kSubscribersSubscribe

लेटेस्ट न्यूज़

योगिनी एकादशी पर पूजा के समय सुनें ये कथा, हर कार्य में मिलेगी तरक्की!
धार्मिक June 27, 2024
क्या ईरान के सबसे मजबूत गुर्गे को चुपके से चोट देगा इजराइल? बयान शांति के, तैयारी युद्ध की
विदेश June 27, 2024
कब्ज से लेकर इन समस्याओं का इलाज हैं ये ड्रिंक्स, घर पर बनाकर करें ट्राई
लाइफ स्टाइल June 27, 2024
बालाघाट में धारदार हथियार से पत्नी की हत्या, पति ने कीटनाशक का किया सेवन
मध्यप्रदेश June 27, 2024
नियमों को ताक पर रखकर संचालित हो रहे निजी स्कूल, बच्चों का भविष्य अधर में
मध्यप्रदेश June 27, 2024
बंद कमरे में मिला युवक का सड़ा-गला शव, दुर्गंध आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को दी थी सूचना
मध्यप्रदेश June 27, 2024
केंद्रीय मंत्री सिंधिया के ऊपर टेंट टूट कर गिरने के मामले की होगी जांच
मध्यप्रदेश June 27, 2024
भोपाल से अमरनाथ यात्रा पर रवाना हुआ श्रद्धालुओं का पहला जत्था, रेलवे स्टेशन पर गूंजे हर-हर महादेव के जयकारे
मध्यप्रदेश June 27, 2024
मनावर क्षेत्र में टेंट व्‍यापारी के घर 25 नकाबपोश बदमाशों ने की लूट, स्‍वजनों की गर्दन पर रख दी थी बंदूक
मध्यप्रदेश June 27, 2024
कम्‍प्‍यूटर ऑपरेटर पद के लिए फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर जिला अस्पताल पहुंचा युवक, ऐसे पकड़ा गया
मध्यप्रदेश June 27, 2024
Follow US
HotNews © 2024 - All Rights Reserved. | Design & Developed By SMC Web Solution - 8770359358.
  • Contact us
  • Privacy Policy
  • Terms & Conditions
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?